बिजनौर में बड़ा हादसा,गंगा में गिरी ऑल्टो कार,चार लोगों की डूबकर मौत, परिवारों व गांव वालो मे मातम छा गया
आयशा सिद्दीकी
बिजनौर!,बिजनौर जिले में मंगलवार रात को एक बड़ा हादसा हो गया। यहां हरेवली बैराज पर एक ऑल्टो कार गिर गई। ऑल्टो में पांच लोग सवार थे, इनमें से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक की जान बच गई है।थाना क्षेत्र अफजलगढ़ शेरकोट की सीमा पर रामगंगा पर बने हरेवली बैराज पुल से एक कार मंगलवार रात 11:20,बजे अनियंत्रित होकर गंगा में गिर गई है। बताया गया कि कार में सिकंदर पुत्र रउफ, खुर्शीद पुत्र अब्दुल रशीद, राशिद पुत्र मगुआ उर्फ मौहम्मद अली, फैसल पुत्र सिराजुद्दीन और महरुफ पुत्र रउफ प्रधान निवासी ग्राम नगला नत्था उर्फ छीपरी कार के अंदर फंसे हुए थे! इनमें से सिकंदर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है! बताया गया कि बाकी अन्य लोगों की डूबकर मौत हो गई। चारों की मौत होने से उनके परिजनों में कोहराम मचा है। उधर, गांव में मातम पसर गया है। जैसे-जैसे बढ़ता गया समय, टूटती गई उम्मीद हरेवली बैराज में कार डूबने के बाद करीब दो घंटे रेस्क्यू करने के बाद कड़ी मशक्कत के बाद कार को बाहर निकाला जा सका। जैसे-जैसे कर को निकालने में समय बढ़ता गया, वैसे-वैसे कार में भरते पानी के साथ उम्मीद भी टूटने लगी। वहीं, दो थानों की पुलिस मौके पर पहुंचने के बाद ही रेस्क्यू किया गया। अफजलगढ़ में देर शाम प्रदर्शनी देखने के बाद कार में सवार पांच युवक वापस अपने घर को लौट रहे थे। जैसे कई वे हरेवली बैराज के पुल पर पहुंचे तो अचानक उनकी कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़कर बैराज के अंदर रामगंगा नदी में जा गिरी। जिसके बाद कार गिरने की सूचना मिलने पर मौके पर सैकड़ों ग्रामीण एकत्र हो गए। वहीं, सीओ अर्चना सिंह और अफजलगढ़ व शेरकोट पुलिस मौके पर पहुंच गई। जिसके बाद पुलिस ने जेसीबी मशीन बुलाकर रेस्क्यू कर कार को बैराज से बाहर निकलवाने का प्रयास किया। लेकिन तमाम प्रयासो के बाद भी पुलिस जेसीबी से कार को बाहर नहीं निकाल पाई। इसके बाद हाइड्रो बुलवाया गया। वहीं, कोई भी व्यक्ति नीचे उतरने की हिम्मत नहीं कर पाया। तब मौके पर मौजूद एक व्यक्ति हिम्मत कर हाइड्रा के तारों से नीचे लटककार नीचे पहुंचा और कार में हाइड्रा के तारों को कंस दिया, जिसके बाद बामुशिकल दो घंटे बाद हाइड्रा की मदद से गाड़ी को बाहर निकाला गया। वहीं, कार में सवार चारों लोगों को पुलिस एंबुलेंस की मदद से अस्पताल ले गई, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया अगर समय रहते युवकों को मदद मिल जाती तो शायद इतनी बढ़ी घटना ना हो पाती।