अफजलगढ़ में दहेज मुक्त नई रस्मे बन्द कराने को लेकर शहर के जिम्मेदार लोगों ने की बैठक

अफजलगढ़ में दहेज मुक्त नई रस्मे बन्द कराने को लेकर शहर के जिम्मेदार लोगों ने की बैठक,नई रस्मे बन्द कराने पर सहमति सभी उलमाओं ने अपना दिया समर्थन

ब्यूरो रिपोर्ट

अफजलगढ़। नगर के मोहल्ला नेजो सराय स्थित मदरसा जामिउल उलूम में बुधवार को दहेज मुक्त समाज बनाने और शादी-ब्याह में बढ़ती नई व फिजूलखर्ची वाली रस्मों पर रोक लगाने को लेकर एक महत्वपूर्ण व विस्तारित बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में शहर के जिम्मेदार, सामाजिक कार्यकर्ताओं, उलेमा-ए-किराम, इमामों और विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने बड़ी संख्या में शिरकत की। बैठक का उद्देश्य समाज में फैल रही दहेज प्रथा और नई रस्मों के कारण पैदा हो रही आर्थिक व सामाजिक समस्याओं पर गंभीरता से मंथन करना था। वक्ताओं ने कहा कि दहेज और अनावश्यक रस्में समाज की जड़ों को खोखला कर रही हैं। कई गरीब परिवार अपनी बेटियों की शादी के समय कर्ज के बोझ तले दब जाते हैं। इसलिए सामूहिक रूप से इस कुरीति को समाप्त करने का समय आ गया है। वही पूर्व विधायक शेख सुलेमान ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि दहेज प्रथा समाज पर एक कलंक है। इसे मिटाने के लिए केवल भाषण नहीं, बल्कि ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि अफजलगढ़ की धरती ने हमेशा सामाजिक सुधार की मिसाल कायम की है और उम्मीद है कि यह मुहिम पूरे जनपद में एक उदाहरण बनेगी। उन्होंने उपस्थित लोगों को दहेज न लेने और न देने की शपथ दिलाई। हर काबिले के जिम्मेदार लोगों से मोहल्ले में एक अहम बैठक कर नई रस्मों को खत्म कराने को लेकर अपना समर्थन अफजलगढ़ युवा टीम को दिया। बैठक में कई लोगों ने सुझाव देते हुए कहा कि शादी-ब्याह को सरल बनाया जाए, अनावश्यक रस्मों जैसे तिलक, भारी भरकम दावतें, महंगे तोहफे आदि को बंद किया जाए, ताकि गरीब परिवार भी सम्मानपूर्वक अपनी बेटियों की शादी कर सकें। उलेमा ने धार्मिक दृष्टिकोण से दहेज प्रथा को गलत ठहराते हुए लोगों से इस कुरीति के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। सभी जिम्मेदार लोगों ने दुल्हन पक्ष के यहां बारात को सुन्नत तरीका से समय पर लाने व ले जाने का आह्वान किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मौलाना शफीक अहमद क़ासमी व मौलाना शौकत अली मजाहिरी ने कहा कि समाज की बेहतरी आपसी सहयोग और जागरूकता से ही संभव है। आने वाले दिनों में इस अभियान को गांव-गांव और मस्जिदों में चलाया जाएगा, ताकि लोगों में जागरूकता बढ़े और बदलाव महसूस किया जा सके।अंत में दुआ के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। बैठक में लिए गए निर्णयों पर जल्द ही अमल शुरू करने की भी घोषणा की गई।वही महाराष्ट्र की शान युवाओं की दिलो की धड़कन जावेद अमान व मोहम्मद कैफ का नेतृत्व कर रहे युवा टीम अफजलगढ़ के साथी समाजसेवी शुऐब कुरैशी व फईम कस्सार ने सभी शहर के जिम्मेदार लोगों से दहेज मुक्ति अभियान नई रस्मों को बन्द कराने में उनका समर्थन मांगा। सभी शहर के जिम्मेदार लोगों ने युवा अफजलगढ़ टीम को अपना समर्थन दिया। नई रस्मों को खत्म कराने का भरोसा दिलाया। कार्यक्रम में पहुंचे कार्यक्रम की सर परस्ती मौलाना शफीक अहमद क़ासमी एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना शौकत अली मजाहिरी ने की तथा संचालन मुफ्ती सईदुर्रहमान ने किया। कार्यक्रम में इस अवसर पर पूर्व विधायक शेख सुलेमान के आलावा,मौलाना शफीक अहमद क़ासमी,मौलाना शौकत अली मजाहिरी, मौलाना मुख्तयार अहमद, चेयरपर्सन पति जावेद विकार,पूर्व चेयरपर्सन पति सलीम अंसारी एडवोकेट,पूर्व चेयरमैन नफीस कुरैशी,पूर्व चेयरपर्सन पति शेख इरशाद हुसैन,सभासद कलवा कुरैशी,समीम अंसारी भट्टे वाले,मास्टर समीम अंसारी,हाजी नजाकत हुसैन सिद्दीकी,जाहिद अली खान,सभासद मुकीब खां सूरी एडवोकेट,समाजसेवी लईक सिद्दीकी,पूर्व सभासद सलीम अंसारी,अब्दुल रज्जाक चाचा,सूफ़ी कदीरा,फारूख हानी,मेम्बर रिजवान हसन,डॉ मोहसिन रज़ा,वरिष्ठ पत्रकार अख्तर सिद्दीकी,समाजसेवी कासिफ अंसारी,चचा अफजाल ठेकेदार,भोले चौधरी,शेख निजाम,डॉ गुलशन अंसारी, पत्रकार अब्दुल बारी,हाफिज शकील अहमद,पत्रकार हाजी रिजवान कुरैशी,पत्रकार एमएस असलम,समाजसेवी दिलशाद अंसारी गारमेंट वाले,सभासद कादिर अंसारी,हकीम अनीश,मौलाना इस्माईल नदवी,इमरान भंडारी,इसरार कस्सार, दिलशाद कुरैशी,रिजवान अंसारी,नदीम हानी, वाजिद अल्वी, सहित तमाम मौजूदा सभासद पूर्व सभासद सभी बिरादरी के जिम्मेदार लोग उपस्थित रहे।

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