छह वर्षीय मासूम को आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला कर किया घायल,गांव में दहशत का माहौल
ब्यूरो रिपोर्ट
अफजलगढ़। थाना क्षेत्र के गांव झाड़पुरा में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरूवार को आवारा कुत्तों के एक झुंड ने छह वर्षीय मासूम बालक कार्तिक पुत्र गौतम पर हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया। अचानक हुए इस हमले से गांव में हड़कंप मच गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बालक कार्तिक अपने दादा छत्रपाल सिंह के साथ खेत से वापस घर लौट रहा था। जैसे ही दोनों गांव के रास्ते पर पहुंचे, पहले से घात लगाए खड़े आवारा कुत्तों के झुंड ने मासूम पर हमला बोल दिया। कुत्तों ने बच्चे को चारों ओर से घेर लिया और उसे जमीन पर गिराकर नोचने लगे। पोते की चीख-पुकार सुनकर दादा छत्रपाल सिंह उसे बचाने दौड़े, लेकिन कुत्तों की संख्या अधिक होने के कारण वह बेबस नजर आए। काफी मशक्कत के बाद किसी तरह कुत्ते मौके से भागे, तब तक मासूम गंभीर रूप से घायल हो चुका था। घटना के बाद परिजन और ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए। आनन-फानन में घायल बालक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अफजलगढ़ में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे घर भेज दिया। चिकित्सकों के अनुसार समय पर इलाज मिलने से बालक की जान बच गई। ग्रामीणों का कहना है कि यह पहली घटना नहीं है। इससे पूर्व झाड़पुरा भागीजोत क्षेत्र में आवारा कुत्तों के झुंड ने एक बुजुर्ग महिला पर हमला कर उसकी जान ले ली थी, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। लगातार हो रही घटनाओं से ग्रामीणों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी बिजनौर जसजीत कौर से मांग की है कि गांवों और कस्बों में घूम रहे आवारा कुत्तों के झुंड को तत्काल पकड़वाया जाए और स्थायी समाधान किया जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो किसी दिन कोई बड़ी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता। आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक ने प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन कब तक इस गंभीर समस्या पर ठोस कदम उठाता है।