नगर भ्रमण के बाद ग्वालियर के लिए रवाना हुई रानी झांसी की बलिदान यात्रा, झांसी लाएं जायें महारानी लक्ष्मीबाई के अस्त्र-शस्त्र
रिपोर्ट, न्यूज़ इंडिया टुडे ब्यूरो
झांसी । में राष्ट्रभक्त संगठन के तत्वाधान में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की नायिका महारानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर किले के मुख्य द्वार से रानी झांसी बलिदान यात्रा निकाली गयी, जो महानगर के प्रमुख मार्गों का भ्रमण हुई मप्र के ग्वालियर के लिए रवाना हुई। रानी झाँसी के बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को झाँसी दुर्ग के मुख्य द्वार से रानी झाँसी बलिदान यात्रा का आयोजन राष्ट्रभक्त संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष अंचल अडजरिया की अध्यक्षता में किया गया। अंचल अडजरिया ने बलिदान यात्रा को हरी झंडी दिखाकर नगर भ्रमण के लिए रवाना किया। यात्रा में मौजूद सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता रानी तेरा ये बलिदान, याद रखेगा हिन्दुस्तान, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी आदि नारों का उद्धघोष करते हुए आगे बड़ रहे थे। बलिदान यात्रा मिनर्वा चौराहा, सैंयर गेट, गोविंद चौराहा होते हुए इलाईट चौराहा पहुँची, जहाँ पर राष्ट्रभक्त संगठन के समस्त कार्यकर्ताओं ने अंचल अडजरिया के नेतृत्व में देश के प्रधानमंत्री तथा यूपी व एमपी के मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी मृत्युंजय मिश्रा को सौंपा। ज्ञापन में महारानी लक्ष्मीबाई के अस्त्र-शस्त्रों को झाँसी लाये जाने की मांग की गयी। तत्पश्चात बलिदान यात्रा बीकेडी चौराहा होते हुए ग्वालियर के लिए रवाना हो गयी। अंचल अडजरिया ने बताया कि मप्र के ग्वालियर में रानी झांसी के बलिदान स्थल पर तीन दिवसीय मेले का आयोजन होता है, जहां रानी के अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन होता।