जिलाधिकारी जसजीत कौर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक आयोजित हुई
ब्यूरो रिपोर्ट
बिजनोर। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि सभी सीएचओ अपने केंद्र पर रहकर ही कार्य करेंगे, आवश्यकता अनुसार ही उनकी ड्यूटी कार्यक्रमों में लगाए। उन्होंने निर्देश दिए कि महिला एवं पुरुष नसबंदी को लक्ष्य के सापेक्ष करना सुनिश्चित करें। उन्होने निर्देशित करते हुए कहा कि वैक्सीनेशन के कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरते। वैक्सीनेशन के कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करना सुनिश्चित करें।उन्होंने ब्लॉक वाइस डिलीवरी रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि मंत्रा पोर्टल के अंतर्गत आधार वेरिफिकेशन को सही से करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर में बिजली, पानी, शौचालय आदि आवश्यक व्यवस्थाएं सुचारू रूप से अपडेट रखी जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि कोई भी स्वास्थ्य केंद्र ऐसा न पाया जाए जहां गर्भवती महिलाएं भोजन से वंचित रहें। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी सहित सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में कदापि लापरवाही न बरती जाए, बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का रूटीन टीकाकरण, बच्चों में कुपोषण की स्थिति की जांच आदि की विभागीय स्तर पर नियमित समीक्षा की जाए। उन्होंने सभी सीएचसी पीएचसी एवं सब सेंटर में सभी आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शासन के मंशा के अनरूप स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ निःशुल्क रूप में पूर्ण गुणवत्ता के साथ जनसामान्य को प्राप्त हो और स्वास्थ्य मानकों के आधार पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होेंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ जनसामान्य को उपलब्ध कराना स्वास्थ्य विभाग का मुख्य कार्य हैं। बैठक के दौरान उन्होंने चिकित्सालयों में सभी जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता के साथ-साथ एन्टी स्नेक के इंजेक्शन उपलब्धता, आशाओं का भुगतान, आयुष्मान भारत योजना के तहत बनाए जाने वाले आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा योजना में लाभार्थी का भुगतान की समीक्षा सहित विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अन्तर्गत जिले में संचालित कार्यक्रमों/योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आशाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. कौशलेंद्र सिंह, के अलावा सभी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी तथा एमओआईसी मौजूद थे।