क्यों डरते हैं सीएमओ साहब भ्रष्ट और लापरवाह नोडल अधिकारियों पर कार्रवाई करने से
रिपोर्ट:- आयशा सिद्दीकी
बिजनौर। नवागत जिलाधिकारी का स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ और एसीएमओ पर कोई खौफ नजर नहीं आ रहा है। जबकि जिलाधिकारी महोदया से अन्य विभागों के अधिकारियों ने न्याय प्रिय डीएम के खौफ से अपना काम करने का तरीका बदल दिया है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी अभी भी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं।
उधर सूत्रों का कहना है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कौशलेंद्र सिंह ने जनपद में सीएमओ का चार्ज अभी कुछ माह पहले लिया है। सुना था कि सीएमओ साहब बहुत ही ईमानदार अधिकारियों में से एक है और अब स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी अवैध संचालित हॉस्पिटलों पैथोलॉजी लैब अल्ट्रासाउंड क्लीनिकों चिल्ड्रन नर्सरी संचालितो से महिने के पैसे नहीं लेंगे,बल्कि उपरोक्त अवैध हॉस्पिटलों आदि को बंद करायेंगे। लेकिन इसका उल्टा होता नजर आ रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कौशलेंद्र सिंह को मोह माया में स्वास्थ्य विभाग के नजीबाबाद और चांदपुर तहसील क्षेत्र के नोडल अधिकारी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद विश्वकर्मा व एशिया के सबसे बड़े ब्लॉक कोतवाली नगीना तहसील क्षेत्र के नोडल अधिकारी एवं अपने गृह जनपद बिजनौर में नोकरी कर रहे डॉक्टर प्रमोद कुमार देशवाल ने अवैध संचालित हॉस्पिटलों आदि से मोटी रकम वसूली कर उसमें से हिस्सा देकर अपने प्रति सहानुभूति का प्रभाव डालने की बात सामने आई है और भी कई अन्य आरोप इन नोडल अधिकारियों पर लगें हैं।
उधर सूत्रों का कहना है कि यदि यह आरोप सही नहीं है तो फिर इनके नोडल अधिकारी क्षेत्रों में अवैध हॉस्पिटलो पैथोलॉजी लैब अल्ट्रासाउंड क्लीनिकों चिल्ड्रन नर्सरी आदि की बाढ़ क्यों आईं हुई है! ये बात किसी से छुपी हुई नहीं है कि जो इनको महिने के पैसे दे रहे हैं उनके खिलाफ उपरोक्त दोनों नोडल अधिकारी कार्रवाई नहीं करते हैं और जो इनको महिने के पैसे नहीं देते हैं उन पर कार्रवाई करते हुए नजर आ रहे हैं! नवागत जिलाधिकारी ने शीघ्र एक्शन नहीं लिया तो स्वास्थ्य विभाग का भ्रष्टाचार आय दिन मीडिया की सुर्खियों में बना रहेगा!
बढ़ापुर क्षेत्र के गांव इस्लामाबाद में क्लीनिक पर सील लगाई नही और नोडल अधिकारी फोटो खिंचवाकर उच्च अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक रहे!