बिजनौर। पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा की पहली पाली में पुलिस ने सॉल्वर को दबोच लिया। पकड़ में आया सॉल्वर गोरखपुर रेलवे में गैंगमैन के पद पर तैनात है जोकि बिहार का रहने वाला है। सॉल्वर बिजनौर के एक अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने आया था। फिलहाल पुलिस इस गिरोह की कुंडली खंगाल रही है। बिजनौर शहर में रुटस इंटरनेशनल स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर पहली पाली की परीक्षा शुरू होने से पहले अभ्यर्थियों की फिंगर प्रिंट चेकिंग चल रही थी। इसी बीच एसटीएफ के इनपुट पर सक्रिय पुलिस ने एक सॉल्वर को दबोच लिया। पकड़े गए सॉल्वर ने अपना नाम अभिनव आलोक पुत्र अनिल कुमार निवासी बरहवा सिवान जिला पूर्वी चम्पारण बिहार बताया जो आशीष कुमार पुत्र विनोद कुमार निवासी रामपुर फूना थाना शिवालाकलां बिजनौर के स्थान पर परीक्षा देने आया था। जिसके पास से फर्जी आधार कार्ड बरामद हुआ है। आधार कार्ड पर फोटो सॉल्वर का लगा हुआ था और नाम असली अभ्यर्थी का था। सॉल्वर को पकड़ने के बाद पुलिस परीक्षा केंद्र से बाहर लेकर आई और पूछताछ की। सॉल्वर को पकड़ा हुआ देख परीक्षा केंद्र से कुछ दूर खड़ा एक आरोपी भाग निकला। बताया जा रहा है, कि फरार होने वाला आरोपी असली अभ्यर्थी था। पुलिस ने सॉल्वर की असली और नकली आईडी भी बरामद की है। उधर, पुलिस ने आशीष के घर भी दबिश दी, मगर उसके घर पर ताला लगा मिला है। पटना में दिया था परीक्षा में शामिल होने का ऑफर पुलिस के अनुसार पकड़ा गया सॉल्वर रेलवे में गैंगमैन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है, जिसकी तैनाती गोरखपुर में चल रही है। पूछताछ में सामने आया कि सॉल्वर अभिनव पटना के एक कोचिंग सेंटर में कोचिंग करता था, वहीं पर उसकी मुलाकात मुरादाबाद के रहने वाले सुचित से हुई। सुचित ने ही रेलवे कर्मी को आशीष की जगह परीक्षा देने के लिए ऑफर दिया था। परीक्षा से एक दिन पहले सॉल्वर नूरपुर पहुंच गया था!रात में नूरपुर में रुका था। पुलिस ने मोबाइल का सिम बरामद किया है। उक्त सिम के नंबर की सीडीआर के आधार पर ही पुलिस भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने वाले गिरोह की कुंडली का राज खुलेगा। फिलहाल पुलिस अभी सॉल्वर से पूछताछ में जुटी है। पहली पाली में आशीष की जगह परीक्षा देने आए सॉल्वर को गिरफ्तार किया गया है। सॉल्वर बिहार का रहने वाला है। जिससे पूछताछ की जा रही है। यह किसी गिरोह से जुड़ा हुआ है! इसकी जांच की जा रही है।