हरेवली/शेरकोट। ग्राम महमदाबाद के जंगल में हुए ब्लास्ट के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। दमकल विभाग और बम निरोधक दस्ते ने भी मौके पर पहुंच कर जांच की। एएसपी पूर्वी धर्म सिंह मार्छाल का कहना है, कि प्रथम दृष्टया संज्ञान में आया है, कि क्षेत्र में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है, जो चोरी छिपे से वन्य जीवों का शिकार करने के लिए खाने की वस्तु में विस्फोटक सामग्री रख रहे हैं। अफजलगढ़ पुलिस क्षेत्राधिकारी अर्चना सिंह ने पुलिस बल के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया! और ग्रामीणों से बातचीत की। महमदाबाद के महेंद्र सिंह, रामचरण सिंह, सतीश चौहान, साजिद, रुकमेश, राम सिंह आदि का कहना है, कि स्योहारा निवासी फहीम सोमवार की देर शाम देर शाम गांव के समीप हडबार से मृतक पशुओं की खाल और हड्डी इकट्ठा कर रहा था। हडबार के समीप में पड़ी एक पॉलिथीन को उठाकर तेजी से झटका मार तो उससे तेज आवाज से विस्फोट हुआ। इससे फहीम के एक हाथ के चिथड़े उड़ गए! घायल अवस्था में एंबुलेंस से फहीम को बिजनौर ले जाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि मंगलवार को देखा गया कि सोमवार को जिस तरह से विस्फोट हुआ है, ऐसे ही दो तीन अन्य बारुद के गोले घटनास्थल के समीप मौजूद मिले। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह बारुद के गोले जंगली जानवरों को मारने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं । थानाध्यक्ष धीरज सोलंकी का कहना है, कि विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस प्रयासरत है। इस मामले में लिप्त लोगों का पता किया जा रहा है। ऐसे सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। एसओ का कहना है कि फोरेंसिक टीम की ओर से मामले की जांच की जा रही है। दमकल विभाग और बम निरोधक दस्ते ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की।