हजरत अली की शान में शायरों ने कलाम के जरिए पेश की अकीदत
शमीम अहमद
बिजनौर। उर्दू लिटरेरी एंड कल्चरल सोसायटी की ओर से हजरत अली (अ. अस्सलाम) का जन्मदिन यानि अली डे का जश्न मनाया गया। शायरों ने कलाम पेश कर वाहवाही लूटी। एजाज अली हॉल में आयोजित समारोह का उद्घाटन मौलाना नईम अब्बास, डॉक्टर सूर्यमणि रघुवंशी, सरदार सुरेंद्र सिंह फलोदिया, शहर काजी माजिद अली, मौलाना जीशान हैदर ने शमा रोशन करके किया। कार्यक्रम के पहले चरण में आयोजित सेमिनार का शुभारंभ कुरान ए पाक की तिलावत कारी गुलजार अहमद फुरकानी ने किया। अध्यक्षता मौलाना नईम अब्बास और संचालन खुर्शीद मोहसिन जैदी एडवोकेट ने किया। सेमिनार में मौलाना जीशान हैदर, इमाम ए जुमा बुखारा सादात कारी अब्दुल हन्नान कासमी रहे! मौलाना नईम अब्बास ने हज़रत अली के संबंध में विचार व्यक्त किया। कहा कि हजरत अली का किरदार पूरी दुनिया में उनको महान बनाता है। सेमिनार के बाद डॉक्टर गुलशन के संचालन में मुशायरा आयोजित किया गया। मुशायरा का शुभारंभ शफक बिजनौरी की नाते पाक से हुआ। मुशायरा में महेंद्र सिंह अश्क, हैदर किरतपुरी, खुर्शीद असरी, रिजवान अमरोही, कलीम असगर, शहंशाह बिजनौरी कमर, रजब अली, रुबा बिजनौरी, साहिल बिजनौरी आदि ने कलाम पेश किए। अध्यक्षता मौलाना खुर्शीद अब्बास बलयबी ने की और मौलाना जीशान हैदर ने दुआ कराई। खुर्शीद मोहसिन जैदी ने सभी का शुक्रिया अदा किया।