चिकित्सालय बंद पड़े होने से चार पांच पशुओं की मौत का लगा सदमा, डेयरी संचालन से जुड़े पशुपालक ने फंदे से लटककर की जीवनलीला,
समाप्तदुधारू पशुओं की मौत का सदमा नहीं सहन कर पाया रविन्द्र
ब्यूरो रिपोर्ट
कोटद्वार। मिली जानकारी के अनुसार वार्ड नं 3 सनेह तल्ली में डेयरी व्यवसाय से जुड़े युवा पशुपालक द्वारा अपनी पशुओं की गौशाला में फांसी पर लटककर जीवनलीला समाप्त करने की सूचना मिली है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोटद्वार के वार्ड नं 3 सनेह तल्ली में लगभग 40-45 आयु के युवा डेयरी व्यवसाय से जुड़े पशुपालक रविन्द्र चौहान पुत्र बृजमोहन चौहान ने अपनी गौशाला में फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। रविन्द्र के फांसी लगाने से परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी और बेटियों का रो रो कर बुरा हाल है। मिली जानकारी के अनुसार रविन्द्र पशुपालन कर स्थानीय युवाओं के लिए मिशाल बना हुआ था, लेकिन कुछ दिनों पूर्व रविन्द्र की चार पांच दुधारू गाएं अज्ञात बीमारी से मरने लगी। लालपानी में स्थित पशु-चिकित्सक/फार्मेसिस्ट चिकित्सालय में ताला लगाकर एक हफ्ते से नदारद है। पशु चिकित्साधिकारी कोटद्वार गुप्ता ने बताया कि लालपानी स्थित फार्मेसिस्ट/चिकित्सक बगैर अनुमति के अवकाश पर है।लालपानी स्थित ताला लगा बंद पड़ा पशु चिकित्सालय रविन्द्र के पशुओं को समय से चिकित्सा न मिलने के कारण पशुओं को बचाने में नाकामयाब रहा जिस कारण वश रविन्द्र सदमे में चल रहा था शायद दुधारू पशुओं के भारी नुक़सान का सदमा सहन नहीं कर पाने के चलते अवसाद में फांसी पर लटककर रविन्द्र ने अपनी जीवनलीला समाप्त की हो। परिवार के लोगों ने जब रविन्द्र को फांसी पर लटके देखा तो आस-पड़ोस के लोगों ने आनन-फानन में रविन्द्र को फांसी के फंदे से उतारकर निजी वाहन से बेस हास्पीटल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने बताया कि रविन्द्र को मरे हुए आधा घंटा से ज्यादा हो चुका है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया है।