प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पंचायत स्कूल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष कैंप किए जाएंगे आयोजित, डीएम
बिजनौर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन के निर्देशों के अनुपालन में पोषण अभियान के अंतर्गत पोषण के विषय में जन जागरूकता एवं जन सहभागिता बढ़ाने, बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिए व्यवहार परिवर्तन करते हुए पोषण के अभियान को जन आंदोलन बनाने की दिशा में प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत, स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष कैंप का आयोजन किया जाएगा, जिसके अंतर्गत “स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा” से संबंधित 8 से 14 जनवरी 2022 तक शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में स्वस्थ बच्चे की पहचान करते हुए उसको एवं उसके परिवार को सम्मानित किया जाएगा तथा अपने बच्चे के पोषण स्तर के प्रति समुदाय में जागरूकता बढ़ाने एवं व्यवहार परिवर्तन करने की दशा में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य की जानकारी देते हुए बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना, स्वस्थ बच्चे पर कुपोषित बच्चे की तुलना में ज्यादा ध्यान देना, समुदाय का बच्चे के स्वास्थ्य एवं पोषण को भावनात्मक स्तर से जोड़ना तथा समुदाय को स्वास्थ्य एवं पोषण के बारे में जागरूक करना, समुदाय में अभिभावकों के बीच अपने बच्चे को स्वस्थ एवं सुपोषित रखने के लिए प्रतिस्पर्धात्मक माहौल तैयार करना, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार की सेवाओं को प्राप्त करने वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि लाना, बच्चों की वृद्धि एवं विकास की निरंतर निगरानी करते हुए समय से कुपोषण की पहचान करना एवं समय अंतर्गत हस्तक्षेप करते हुए कुपोषण को दूर भगाना, तथा 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों का लंबाई ऊंचाई की नाप लेते हुए उनमें व्याप्त कुपोषण यथा नाटेपन, दुबलापन एवं कम वजन के बच्चों की पहचान करते हुए डेटाबेस तैयार करना तथा समय अंतर्गत उपचार के लिए संबंधित विभागों को संदर्भित करते हुए जिला प्रशासन द्वारा हस्तक्षेप शामिल है।
उन्होंने बताया कि स्वस्थ बच्चे की पहचान के लिए उसकी लंबाई, ऊंचाई तथा वजन निर्धारित वृद्धि निगरानी (आंगनबाड़ी केंद्रों पर वृद्धि निगरानी यंत्र जीएमडी तथा स्टेडियोमीटर इन्फैंटोमीटर इन्फेंट वेइंग स्केल इत्यादि उपलब्ध) यंत्र से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं विभिन्न विभिन्न एजेंसियों द्वारा कराते हुए स्वस्थ बच्चे की पहचान की जाएगी। इसके अलावा पोषण ट्रैकर एप के मॉड्यूल में बच्चे की लंबाई, ऊंचाई तथा वजन एवं जन्मतिथि भी अंकित की जाएगी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के वृद्धि निगरानी चार्ट के अनुसार बच्चे का ऑनलाइन वर्गीकरण किया जाएगा, स्वस्थ बच्चे के लिए पोषण ट्रैकर एप पर स्वस्थ स्वास्थ्य प्रमाण पत्र निर्गत किए जाएंगे तथा राज्य जिला नगर निकाय द्वारा स्वस्थ बच्चे को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
जिलाधिकारी श्री मिश्रा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में उक्त कार्यक्रम के आयोजन के लिए नोडल मुख्य विकास अधिकारी तथा सह नोडल जिला कार्यक्रम अधिकारी होंगे तथा क्रियान्वयन करता संबंधित बाल विकास परियोजना अधिकारी बनाए गए हैं इसके अलावा शहरी क्षेत्र में आयोजन के लिए नोडल अधिकारी अपर जिलाधिकारी प्रशासन तथा सह नोडल अधिकारी संबंधित नगर पालिका नगर निकाय के अधिशासी अधिकारी होंगे शहरी क्षेत्र में जो एरिया आंगनबाड़ी केंद्र से असंतृप्त है उसके लिए गैर सरकारी संगठनों विद्यालयों के सहयोग से लक्षित समूह तैयार किया जाएगा। उन्होंने सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी को निर्देशित किया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं द्वारा अपने सर्वे क्षेत्र के लक्षित बच्चों की सूची तैयार कर आना सुनिश्चित कराएं। उन्होंने उप संबंध नहीं मुखी चिकित्सा अधिकारी, डीसी nrlm, जिला पंचायत अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया उक्त कार्यक्रम को उसके मूल मंशा के अनुरूप संचालित कराने के लिए ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में बैठक आयोजित कराएं जिसमें अध्यापक, ग्राम पंचायत सचिव, कोटेदार, सफाई कर्मी, आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिका, रोजगार सेवक, स्वयं सहायता समूह एवं माता समिति की सहभागिता सुनिश्चित की जाए।
*M. ALI*
*INFORMATION DEPTT. BIJNOR*