अफजलगढ़! भूतपुरी गांव महसनपुर में शिव मंदिर पर चल रही भागवत कथा में कथा वाचक रिचा शर्मा ने कहा कि असुरो के यज्ञ में व्यवधान उत्पन्न करने पर महऋषि विश्वा मित्र ने अयोध्या जाकर राजा दशरथ से उनके पुत्र भगवान राम व लक्ष्मण को अपने साथ ले जाने के लिए आज्ञा मांगी जिससे असुरो व राक्षको से यज्ञ अनुष्ठान की रक्षा हो सके इस पर राजा दशरथ बहुत विचलित हो गए राजा दशरथ अपने प्राण ओर देह से प्यारे पुत्रो को विश्वा मित्र को सौंप देते हैं विश्वामित्र राम व लक्ष्मण को लेकर आश्रम पहुँच जाते हैं इसके बाद भगवान राम व लक्ष्मण को ताड़का से यज्ञ के अनुष्ठान में व्यव धान उत्पन्न करने के बात कहते हैं ओर यज्ञ की रक्षा करने के बारे में कहते है तब भगवान राम ने ताड़का का वध किया और आश्रम में रहने वाले ऋषि मुनियों व यज्ञ की रक्षा करते है इसके बाद कृष्ण की लीलाओं का बखान करते हुए कथा व्यास रिचा शर्मा ने कृष्ण के बाल लीलाओं का वर्णन किया! जिसमें माखन चोरी, मटकी फोड़ व वस्त्र हरण सहित अन्य प्रसंगों का बखान किया उन्होंने बरसाने की होली, गोवर्धन सहित अन्य लीलाओं के बारे में कथा सुनाई इस दौरान अनेक तरह की झांकिया प्रस्तुत की गई जिसे देखकर श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हो गए।